बंदूक से नहीं कलम से डाबरी ने बनाई अलग पहचान, गांव में रहा स्कूली स्टॉप तो शत प्रतिशत रहा बोर्ड परीक्षा परिणाम परिणाम

बालाघाट. जिला मुख्यालय से 90 किमी. दूर नक्सल प्रभावित क्षेत्र डाबरी, बंदूक नहीं शिक्षा से अपनी एक पहचान बनाई है. हालिया बोर्ड के जारी परीक्षा परिणाम में डाबरी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का शत प्रतिशत परिणाम रहा है. बताया जाता है कि स्कूल ने अपने पुराने परिणामों को सुधारने के लिए हर एक शिक्षक ने मिशन के रूप में काम किया.  

बैहर जनपद के डाबरी गांव की हायर सेकेंडरी और माध्यमिक विद्यालय दोनों के अलग-अलग शिक्षा परिसर जरूर है, लेकिन इससे इनके मिशन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा. इस वर्ष कक्षा 5, 8, 10 और 12 वी की बोर्ड परीक्षाओं में एक भी विद्यार्थी अनुत्तीर्ण नही रहा. साथ ही कोई भी विद्यार्थी तृतीय श्रेणी में नहीं हैं. हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य ओपी डोहरे, स्वयं पिछले वर्ष के परिणामों से खुश नही थे. वे बताते है कि कलेक्टर सहाब के बार-बार समीक्षा के बाद स्कूल के स्टॉप ने ठाना कि अब अलग किया जाए. इसके बाद शुरू हुई शिक्षकों की परीक्षा.

हायर सेकेंडरी के प्राचार्य श्री डोहरे ने बताया कि अति नक्सल प्रभावित होने से यहां का माहौल थोड़ा अलग है, लेकिन इसका शिक्षा पर कोई फर्क नही पड़ने दिया. स्कूल में कुल 10 शिक्षकों का स्टॉप है जिसमें 4 रेग्युलर और 6 अतिथि शिक्षक है. सभी गांव में ही किराए के मकान में रहते है. कोई भी डेली ऑफ डाउन नहीं करता. पिछले परिणाम अच्छे नही थे. खासकर अंग्रेजी विषय में स्थिति निराशाजनक थी. इस समस्या को दूर करने के लिए स्कूल के अलावा रात में इंग्लिश के शिक्षक केके चोरागढ़े नियमित रूप से पढ़ाने में सक्रिय रहे.   साथ ही विद्यार्थियों को मिलने वाली रेमेडियल शिक्षण सामग्री पर्याप्त संख्या में नहीं मिली तो स्कूल के फंड से 10 वी और 12 वी के लिए फोटोकॉपी करवाई गई. इसी तरह स्कूल में अधिकांश विद्यार्थी मजदूर वर्ग से होने के कारण उनके लिए आवश्यक कॉपियां भी स्कूल के फंड से खरीदी गई.

स्कूल के प्राचार्य श्री डोहरे ने बताया कि विधानसभा निर्वाचन के दौरान फोर्स के लिए छात्रवास खाली करना पड़ा. परीक्षाओं के पिक टाइम में हमने छात्रवास को स्कूल के अतिरिक्त कक्षों में शिफ्ट कर दिया. इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित नहीं हुई. इसी तरह दिवाली और दशहरे की छुट्टियों में छात्रवास के विद्यार्थियों को घर नही जाने दिया गया, क्योंकि अवकाश 3 दिनों का होता है लेकिन वो एक सप्ताह में वापस आ पाते है.

मावि डाबरी में कक्षा 5 वी में 15 और कक्षा 8 वी में 41 सभी पास हुए है. कक्षा 5 में संदेश, बसंती और पायल और कक्षा 8 में अर्जित, आराधना और संध्या उइके के सबसे अधिक अंक मिले है. इसी तरह कक्षा 10 में 23 में से 10 प्रथम श्रेणी में 13 द्वितीय श्रेणी में परीक्षा उत्तीर्ण की. कक्षा 10 में स्कूल के भारतलाल टेकाम, अविनाश मेश्राम और कृपाल उइके टॉपर रहें. जबकि कक्षा 12 में कुल 14 विद्यार्थी में 11 प्रथम श्रेणी में और 3 द्वितीय श्रेणी में रहें यहां सुशीला ठाकरे, अंकिता पुषाम और इमना उइके ने स्कूल में टॉप किया.


Web Title : DABRI SINGH DABRI WINS 100% BOARD EXAM RESULTS